ख़ुदा-ख़ुदा क्या करते हो ?
ख़ुदाखाने में आओ तो सही |
यह तो इबादत का एक तरीका है,
तुम मैखाने आओ तो सही |
हम बहा देंगे दरिया तुम्हारे लिए,
तुम भी वो ज़माने लाओ तो सही |
यह भी खुदा की ही ईजाद है,
तुम भी यह निवाला खाओ तो सही |
तुम्हारी भी होगी हर दुआ क़बूल, अजब,
कभी तुम भी तो पैमाना उठाओ तो सही |
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