तुम भी शामिल हो, मैं ही गुन्हेगार नहीं |
तुम क्यों मेहमिल हो ? मैं ही गुन्हेगार नहीं |
एक वार तुमने किया, एक वार किया मैंने,
तुम भी घायल हो, मैं ही फ़िगार नहीं |
मिले क्यों मुझे ही कफ़न का इनाम खुदा से ?
तुम भी बिस्मिल हो, मैं ही निगार नहीं |
वक़्त क्यों मुतहम्मिल हो ? मैं ही गुन्हेगार नहीं |
तुम भी शामिल हो, मैं ही गुन्हेगार नहीं |
Nice line
🎸✌✌✌👒😂👌👌👌
Thanks a lot.