दिल का

मेरी ग़ज़ल तराना है दिल का |
यह बातें फ़साना है दिल का |

बदल दो धंधा !
नहीं चलती दिमागों की दुकाने,
अब यह ज़माना है दिल का |

जिएँ तो जिएँ कैसे ?
सहज, सजग रहने में आसानी है,
यह रास्ता पुराना है दिल का |

शुक्रिया ख़ुदा !
ऐसी कोई शोहरत नहीं दिखती पर,
बहुत है ख़ज़ाना यह दिल का |

अजब हूँ,
कोई प्रसिद्ध घराना नहीं है मेरा,
मेरा घराना, घराना है दिल का |

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