लेकिन

कुछ मैं भी करता हलाल लेकिन |
जीवन में रहा सिर्फ़ मलाल लेकिन |

करता मैं भी दुनिया मैं मसीहाई,
अजब ही रहा मैं फिलहाल लेकिन |

बन जाते मेरे भी हाथ देने वाले,
ख़ुदा ने रखा मुझे बेहाल लेकिन |

दिखाना चाहता था चांदिनी रात उसको,
उस रात रंग चाँद का था लाल लेकिन |

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