यार भगवान, प्लीज़ मेरी मान |
नहीं जीना बनकर हिंदु-मुसलमान |
चला कोई चक्कर एसा,
बस जी सकूँ बनकर इंसान |
गीता, कुरान मुझे नहीं आती,
मैं तो गाता हूँ सिर्फ़ प्रेम के गान |
मुझे तो ना टैग करो धर्मं से,
धर्मं के ज्ञान से है सब अज्ञान |
यार भगवान्, प्लीज़ मेरी मान |
मेरी रचनायें ही हूँ मैं, ये मेरी शान |
बहुत सुंदर रचना