है विपरीत जहाँ की रीत सदा,
ऐसे जगह का हाल बताता हूँ |
भारत का रहने वाला हूँ, भारत का हाल सुनाता हूँ |
उंच-नीच, जाती-भाषा, यह सब का भेद मानते है |
गीता-वेदों, क़ुरान-ग्रंथों के विपरीत ही बात दोहराते है |
ऐसे ढोंगी लोगों से परम धर्म का सवाल उठाता हूँ |
भारत का रहने वाला हूँ, भारत का हाल सुनाता हूँ |
देवी माता को पूजते है रोज़ मगर दिल साफ़ नहीं |
मासूम गरीबो के लिए यहाँ कोई इन्साफ नहीं |
दोमुँहे दरिंदों की बस्ती का ऐसा कमाल बताता हूँ |
भारत का रहने वाला हूँ, भारत का हाल सुनाता हूँ |
वक़्त आते ही देश को लात मार के छोड़ जाते है |
संकट समय में मोमबत्ती हाथ में जलाते है |
ऐसी अनोखी, विचित्र, अद्भुत, अजब धमाल सुनाता हूँ |
भारत का रहने वाला हूँ, भारत का हाल सुनाता हूँ |