दुनिया तमाशा है बारी-बारी |
सभी देखते है बारी-बारी |
मदारी कौन ये सबको पता है,
पैसे सब फेकते है बारी-बारी |
दुनिया एक गरम तवा भी है,
सब अपनी रोटी सकते है बारी-बारी |
वही सामान को अलग-अलग लगाके,
फ़िर वही बेचते है बारी-बारी |
दुनिया तमाशा है बारी-बारी |
सभी देखते है बारी-बारी |
मदारी कौन ये सबको पता है,
पैसे सब फेकते है बारी-बारी |
दुनिया एक गरम तवा भी है,
सब अपनी रोटी सकते है बारी-बारी |
वही सामान को अलग-अलग लगाके,
फ़िर वही बेचते है बारी-बारी |
badhiya likha hai……bahut khub.
Thanks a lot.