मुश्किल है पर मुमकिन है

ज़िंदगी में ज़िंदा रहना मुश्किल है |
मुश्किल है पर मुमकिन है |
आसान है सबके बारे में बोलना,
अपनी निंदा करना मुश्किल है |
मुश्किल है पर मुमकिन है |

एक ही बाज़ू देखते रहतें है अक्सर,
हाँ, मैं जानता हूँ,
दूसरी बाज़ू देखना मुश्किल है |
मुश्किल है पर मुमकिन है |
जब तपता है मन खुद की निंदा में,
या ईशनिंदा में,
सूरज को चंदा कहना मुश्किल है |

सच बोलना मुश्किल है |
आखें खोलना मुश्किल है |
आसान भी लगता अब मुश्किल है |
मुश्किल है पर मुमकिन है |
प्रलय सर पर है पर अन्याय चालु है |
जब संकट समय में कालाबाज़ारी ज़ोर में हो,
धंदा को मंदा कहना मुश्किल है |

दिन कितने बचे है कहना मुश्किल है |
इंसान कितने बचे है कहना मुश्किल है |
मुश्किल है पर मुमकिन है |
जब आत्मा ही बिक गयी हो,
नीरस ज़िंदगी में शर्मिंदा रहना मुश्किल है |
दया, उदारता करना मुश्किल है |
मुश्किल है पर मुमकिन है |

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