agastyakapoor.in
औरत
औरत तुझमें है दुर्गा और तुझमें है काली | तुझमें लक्ष्मी, सरस्वती और तुझमें शेरांवाली | तेरे ही दूध से हर वीर उस सरहद पर है फ़तेह, तुही अँधेरा मिटाये जग का, तुझमें ज्योतावाली | जब भरा पाप का घड़ा, तूने किया वध रावण का, तेरे ही से हर दिन मनाये होली, है तुझमें दिवाली … Continue reading औरत
Agastya Kapoor