निर्मम

कुछ आंसूं जो बहे नहीं |
कुछ दर्द जो कहें नहीं |
सुनाते है कहानी,
कहानी बड़ी है निर्मम |

अगर दिल में धड़कन बाकी है तो सुनना |
अगर इंसानियत में लगन बाकी है तो सुनना |
अगर थोड़ी मजाल बाकी है तो सुनना |
कहानी बड़ी है निर्मम,
अगर कुछ सवाल बाकी है तो सुनना |

उसमें सहस था |
उसकी राह नेक थी |
उसमें शक्ति थी |
उसकी चाह नेक थी |
उसमें ज्वाला थी |
उसका इरादा पक्का था |
वो कर गयी जो करना था |
उसे फ़र्ज़ के लिए कुछ कर गुज़ारना था |
वह विध्वंसिनी थी |
उसने सहे बड़े सितम,
कहानी बड़ी है निर्मम |

उसके बलिदानों का हिसाब नहीं |
उसकी शहादत का जवाब नहीं |
कहानी बड़ी है निर्मम,
यह सच है कोई ख्वाब नहीं |
हज़ार बार रामायण, महाभारत होते रहेंगे |
यह सब दिन रात होते रहेंगे |
कहानी बड़ी है निर्मम,
पर यह हालत होते रहेंगे |

यह जो गुनाह करते है,
और हस्ते है |
यह कितने है निर्मम |
यह जो चुप रहते है,
और सहते है
यह कितने है निर्मम |
यह जो नैन रोतें है,
फ़िर सूख जातें है |
यह कितने है निर्मम |
यह हाथ जो वाह-वाह करते है,
और पाप करते है |
यह कितने है निर्मम |
यह समाज जो हमने बनया है,
और जो दानव बनाये है |
यह कितने है निर्मम |
यह हाथ जो ऐसी कविता लिखते है,
और फ़िर और लिखते है |
यह कितने है निर्मम |

मैं निर्मम |
तू निर्मम |
हम निर्मम |
सब निर्मम |
कौन है जो नहीं है निर्मम ?

कहानी कुछ ऐसी ही है |
आंसूं निकलते नहीं |
यह कितने है निर्मम |
दर्द के मेले थम गए है |
यह कितने है निर्मम |
कहानी कुछ ऐसी ही है |
कर गयी ना तुमको निर्मम ?
उसे ना मिटा सकेंगे मिटाने वाले,
कहानी बड़ी है निर्मम |

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